By Subrata Mukherjee
In love with Golapi Subratagolapi

एक चोर खेत में भटक रहा है!
उसका सारा सामान उसके कंधे से लटक रहा है।
दुनिया उसके ठिकाने की तलाश में है
चोर की हरकत का वजन सभी की आँखों में देखा जाता है!
और उसके कंधे का वजन लोगों के लिए भारी है।
चोर लोगों से दूर अपने कार्य पर आश्चर्य करता है!
जनता के नेता आजकल लूट में व्यस्त हैं!
चोर के कृत्य के विपरीत, यह लोगों की नज़र में अनदेखी है!